Tuesday, 4 November 2014

सखी री डोली पे हो जा सवार ....

सखी री डोली पे हो जा सवार, जाना ये अंतिम बार I

मैके की याद अब दिल से मिटा दे, अपने पराये सब को भुला दे I
बंधन झूठा सब से चुदा दे, जाना रे अंतिम बार I

भाई बंधु क्या संगी साथी, कोई नहीं है तेरा साथी I
आई अकेली अकेली जाती, झूठा है सब संसार I

रोने से तेरा क्या होगा, जो कुछ होगा भला ही होगा I
हर इक को चलना ही होगा, चार के कांधे सवार I

चार जो तेरे साथ जायेंगे, नगर निकाल लौट आएंगे I
अगिन पवन को सौंप आएंगे, कोई नहीं गमख्वार I

वस्त्र यहां का सौंप अगिन को, निर्मल हो चल पिया मिलान को I
जाये पिया मिल फोड़ गगन को, करना पिया से प्यार I

सखी री डोली पे हो जा सवार, जाना ये अंतिम बार I 

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